चलिए, आपको आज से एक दशक पहले ले चलते हैं।
ग्रामीण परिवेश से निकल कर मध्यमवर्गीय परिवार का एक युवा सिर्फ़ अपनी प्रतिभा के बदौलत राजस्थान के सबसे बेहतरीन बी-स्कूल से एमबीए की डिग्री हासिल करता है और फिर निकल पड़ता है नौकरी की तलाश में। तमाम प्रयासों के बाद भी हाथ आती है सिर्फ़ निराशा, यहां तक कि एक कॉल सेंटर की महज 8000 रु/ महीने की नौकरी भी हा…
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प्रवासियों के क्वॉरेंटाइन हेतु सिंघानिया यूनिवर्सिटी ने उपलब्ध करवाया दूसरा भवन
सिंघानिया यूनिवर्सिटी ने मेडिकल मल्टीपरपज आलीशान बहुमंजिला दूसरा भवन करवाया उपलब्ध। भीम प्रज्ञा पचेरी न्यूज़ लाॅक डाउन के तीसरे चरण में प्रवासी नागरिकों की बड़ी तादाद में आगमन से प्रशासन को जहां बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा था। वही सिंघानिया विश्वविद्यालय कोरोना के इस कहर में आमजन के लिए रा…
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इससे भी कहीं ज्यादा संवेदनशील आत्म निर्भरता का उदाहरण हो सकता है?
भीम प्रज्ञा कोविड-19 मीडिया हेल्पलाइन टीम वर्तमान प्रसंग की कुछ तस्वीरों का विश्लेषण जो अंतर्मन को उद्वेलित कर देती हैं। मजदूर के आत्मनिर्भरता का दृश्य गौर से देखिए इन मजदूरों को वास्तविक रूप में आत्मनिर्भरता की यह जीती जागती मिसाल है क्योंकि यह किसी के भरोसे नहीं है यह आत्मनिर्भर है चले जा रहे हैं…
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सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मेघवाल को उपचार हेतु मेदांता में एयर एंबुलेंस से किया शिफ्ट
भीम प्रज्ञा कोविड-19 मीडिया हेल्पलाइन टीम जयपुर की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल को अग्रिम उपचार के लिए गुरुग्राम  के मेदांता हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया ।  ब्रेनहेमरेज के चलते एसएमएस अस्पताल में भर्ती सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री मास्टर भ…
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ढंग की बात-मजदूर से ज्यादा आत्मनिर्भर कौन? 
संपादकीय -एडवोकेट हरेश पंवार आत्मविश्वास के बल पर कोसों दूर नंगे पांव सड़कों को नापते इन मजदूरों की विवशता को सुने  कौन ? सुनने वालों ने अपने कान में बहरूपिया राग अलापने वाली लीड लगा रखी है? मैं बोलूंगा तो फिर कहोगे कि बोलता है। देश के भौतिकवादी विकास के तमाम संसाधनों को ठेंगा दिखाते हुए और अपने म…
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शहीद राजाराम मेघवाल
भीम प्रज्ञा न्यूज़  बलिदान ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी 1516 / 12.5.1459) राजाराम और उसके माता-पिता का बलिदान इतिहास की एक विस्मयकारी घटना है। एक ही परिवार के तीन व्यक्तियों का दुर्ग की नींव में जीवित चुना जाना राजभक्ति और स्वामीभक्ति की एक अनोखी मिसाल है। त्याग और बलिदान का ऐसा उदाहरण इतिहास में अन्यत्र क…
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